बीकानेर | महिलाअाें काे अाज के दाैर में अावश्यकता है एेसी मुहिम चलाने की जिसमें उनकी अात्मरक्षा में हथियार रखना सरकाराें द्वारा वैध किया जाए। अब केवल कानून या समाज काे अपना प्रहरी मानकर चलना भूल हाेगी। यह कहना था एमजीएसयू के सेंटर फाॅर विमंेस स्ट्डीज की डायरेक्टर डाॅ.मेघना शर्मा का। डाॅ.मेघना हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला की अाेर से वूमेन इन ट्वेंटी फस्ट सेंचूरी:इश्यूज एंड चैलेजेज विषय पर अायाेजित राष्ट्रीय सेमिनार के समापन पर विचार व्यक्त कर रही थी। समापन सत्र पर मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए दिल दहलाने वाली घटनाअाेें के साथ-साथ उन्हाेंने महिलाअाें के साथ घटित वीभत्स घटनाअाें पर चर्चा की। सेमिनार में उच्च शिक्षा निदेशक डाॅ.अमरजीत के शर्मा, प्राे.अरविंदर, ए अंसारी, रमेश अादि ने भी विचार व्यक्त किए।
अाज के दाैर में स्वयं अपनी सुरक्षा के लिए अागे अाए महिलाएं: डाॅ.मेघना