पंच परमेष्ठी प्रीति परिणयाेत्सव के तहत रविवार काे गच्छ गाैरव की संवेदना, देव व गुरू दर्शन की भाव यात्रा के साथ ही भक्ति गीताें की प्रस्तुतियाें का अायाेजन किया गया। साध्वीश्री शशिप्रभा महाराज के सान्निध्य में नाहटा चाैक स्थित कुशल भवन में हुए दर्शन भाव यात्रा अायाेजन के दाैरान साध्वीश्री साैम्यगुणा महाराज, भजन गायक सुनील पारख, अरिहंत नाहटा, ट्विंकल नाहटा अादि ने भजनाें के माध्यम से गुरुदेवाें के प्रमुख धामाें अाैर उनकी महत्ता का गान किया। इस दाैरान साध्वीश्री शशिप्रभा ने गुरुजनाें के अादर्शाें काे अात्मसात करने का अाह्वान करते हुए दादा गुरुदेवाें के प्रेरक कार्याें की जानकारी दी। अायाेजन में नेमचंद, भंवरी देवी, सुमति, सुरेंद्र डागा, रतनलाल नाहटा, राजेंद्र, देवेंद्र नाहटा, बाबूलाल, गेवरचंद मुसरफ, नरेंद्र मुसरफ, लखपत राय, प्रदीप लूणिया अादि माैजूद थे। खरतरगच्छ युवा परिषद के अध्यक्ष राजीव खजांची, मंत्री मनीष नाहटा, पुनेश मुसरफ, हिमांशु सेठिया अादि ने श्रावकाें का अभिनंदन किया।
देव व गुरू दर्शन भाव यात्रा भक्ति गीताें की प्रस्तुतियां